नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच देश में लागू लॉकडाउन से बाहर निकलने के लिए सोमवार दोपहर तीन बजे से पीएम नरेंद्र मोदी मुख्यमत्रियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कर रहे हैं। कोरेाना महामारी शुरू होने के बाद पीएम मोदी पांचवीं बार मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे।
– महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन बढ़ाए बिना आगे बढ़ना मुमकिन नहीं है।
– वीडियो कांफ्रेंसिंग में पंजाब के सीएम कैप्टर अमरिंदर सिंह ने भी लॉकडाउन बढ़ाने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि लोगों की जिंदगी बचानी जरूरी है। तीन महीने के लिए वित्तीय मदद दी जाए। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि टेस्टिंग बढ़ाने के लिए रणनीति बनाई जाए। लॉकडाउन से बाहर आने की रणनीति बनाई जाए।
– तमिलनाडु के सीएम के. पलानीस्वामी ने कहा कि जैसा कि चेन्नई में पॉजिटिव मामले बढ़ रहे हैं, तमिलनाडु में 31 मई तक ट्रेन सेवा की अनुमति न दी जाए। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि 31 मई तक नियमित हवाई सेवा शुरू न करें।
– बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लॉकडाउन को बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर लॉकडाउन नहीं बढ़ाया गया तो बाहर से लोग आ जाएंगे। इससे कोरोना वायरस का संकट गहरा सकता है।
– सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक में कहा कि आरोग्य सेतु ऐप कोरोना वायरस को ट्रैक करने और उससे लड़ने में बहुत मददगार है। इसको लोगों तक पहुंचाएं।
– अंत में पीएम मोदी कोरोना को लेकर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान से बात करेंगे। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान छह केंद्र शासित (जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, चंडीगढ़, दादरा नगर हवेली और दमन दीव, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप) को बोलने का मौका नहीं मिलेगा। ये अपने विचार और सुझाव लिखित में भेज सकते हैं।
– बैठक में दो सेशन होगा। पहला सेशन 3 बजे से 5.30 बजे तक होगा। उसके बाद आधे घंटे का इंटरवल होगा। उसके बाद छह बजे से दूसरा सेशन शुरू होगा। यह बैठक नौ बजे तक चलेगी। सबसे पहले पीएम मोदी, आंध्र के सीएम जगन मोहन रेड्डी से बात करेंगे। इसके बाद अरुणाचल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, गुजरात, तेलंगाना, राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब, महाराष्ट्र, हरियाणा, त्रिपुरा, ओडिशा, केरल, असम, झारखंड, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली, गोवा, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पुदुचेरी, सिक्किम, बिहार और हिमाचल प्रदेश के सीएम से बात होगी।
– पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे वक्त में केंद्र को राजनीति नहीं करनी चाहिए। केंद्र संघीय ढांचे को बरकरार रखे।
– पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने में भारत की सफलता को वैश्विक मान्यता मिली है। हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि ग्रामीण भारत इस संकट से मुक्त रहे। धीरे-धीरे देश के कई हिस्सों में आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। आने वाले दिनों में ये काम और तेजी से होगा। हमें COVID19 के खिलाफ लड़ाई में अब और अधिक ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
– पीएम मोदी ने कहा कि राज्य केंद्र के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। कैबिनेट सचिव, राज्यों के सचिव के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मौके पर संतुलित रणनीति के साथ आगे बढ़ें। इसके साथ जो चुनौतियां सामने हैं, उन पर काम करें। पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी के सुझावों से दिशा-निर्देश निर्धारित होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि सभी राज्यों ने जिम्मेदारी निभाई है, दो गज की दूरी ढीली हुई तो संकट बढ़ेगा।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत इस संकट से अपने आपको बचाने में बहुत हद तक सफल हुआ है। राज्यों ने जिम्मेदारी निभाई है, लेकिन लोगों के बीच दो गज की दूरी कम हुई तो संकट बढ़ेगा। लॉकडाउन लागू करने में सभी की भूमिका महत्वपूर्ण रही। पीएम ने कहा कि हमारे प्रयास रहे कि जो जहां है वहीं रहे। लेकिन हमें कुछ निर्णय बदलने भी पड़े। कोराना वायरस गांव तक ना पहुंचे, अब यही सबसे बड़ी चुनौती है।
-बैठक में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू ने संबोधित किया।
अमित शाह कर रहे हैं संबोधित
-गृह मंत्री अमित शाह मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा कर रहे हैं। वह एक-एक कर मुख्यमंत्रियों की बातें सुन रहे हैं, उनसे सुझाव ले रहे हैं।
– पीएम मोदी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्रियों से बातचीत शुरू हो गई है। इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। मीटिंग में पीएम मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन और संबंधित अधिकारी भी मौजूद हैं।
– सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी ने ट्रेन सर्विस को बहाल करने का विरोध किया है। ममता ने स्पेशल ट्रेनों को चलाए जाने पर ऐतराज जताया है। हो सकता है कि पीएम मोदी के साथ बातचीत में भी यह मुद्दा उठे।
– पिछली वीडियो कांफ्रेंसिंग में कुछ मुख्यमंत्रियों को बोलने का मौका नहीं मिला था। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इसका विरोध भी जताया था। इसको ध्यान में रखते हुए इस मीटिंग में हर मुख्यमंत्री को बोलने का मौका दिया जाएगा।
– विजय रुपाणी के बाद तेलंगाना के सीएम मुख्यमंत्री केसीआर पीएम मोदी से अपनी बात रखेंगे। उनके बाद राजस्थान के सीएम अशोक गहलौत, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पीएम मोदी से कोरेाना वायरस की स्थिति और आर्थिक गतिविधियों को लेकर बातचीत करेंगे। इनके बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर शिवराज सिंह चौहान और नीतीश कुमार भी पीएम मोदी को स्थिति की जानकारी देंगे।
– जानकारी के अनुसार, शुरुआत में पीएम मोदी की आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से बातचीत होगी, फिर अरुणाचल के मुख्यमंत्री और तीसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी अपनी बात रखेंगी। इसके बाद तमिलनाडु के सीएम पलानीसामी, छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल और गुजरात के विजय रुपाणी का नंबर आएगा।
कई मुद्दों पर हो सकती है बातचीत:-प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि यह वीडियो कांफ्रेंसिंग सोमवार को दोपहर बाद तीन बजे शुरू होगी। सरकारी सूत्रों के अनुसार, बैठक में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा कोरोना के ज्यादा मामले वाले ‘रेड जोन’ को ‘ऑरेंज’ या ‘ग्रीन’ जोन में बदलने के लिए प्रयासों पर भी चर्चा होगी। मालूम हो कि इससे पहले जब प्रधानमंत्री ने 27 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी, तब देशभर में कोरोना के मामले 28 हजार से कुछ ही ज्यादा थे। लेकिन अब यह आंकड़ा 67 हजार से ज्यादा हो गया है।
मुख्यमंत्रियों की बैठक में छूट का खाका हो सकता है तैयार;-सूत्रों का कहना है कि 17 मई को लॉकडाउन का तीसरा चरण खत्म होने के साथ सरकार और छूट देने का मन बना रही है। प्रधानमंत्री के साथ सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में इसका खाका तैयार हो सकता है। इस बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों को विचार रखने को कहा गया है। मंगलवार से कुछ चुनिंदा रूटों पर यात्री ट्रेनों के संचालन के एलान के बाद इस बैठक से उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं। अब सीमित तौर पर विमानों के भी उड़ाने की तैयारी है। बैठक में प्रधानमंत्री के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और अन्य लोग भी शामिल रहेंगे।
देर रात तक चल सकती है बैठक:-अब केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारों तक में यह राय बनती दिखने लगी है कि अब हमें कोरोना वायरस के साथ जीना सीखना होगा। लॉकडाउन ने कोरोना की गति रोक दी है और अब तैयारी के साथ इससे लड़ना भी सीखना है और रोजमर्रा की गतिविधियों को भी सुचारू तरीके से चलाते रहना है। सोमवार को दोपहर तीन बजे शुरू होने वाली यह बैठक आधे घंटे के ब्रेक के साथ देर रात तक चल सकती है। बताया जाता है कि सभी मुख्यमंत्रियों से उनकी तैयारियों, लॉकडाउन में राहत के बाद की स्थिति पर राय ली जाएगी।